गोण्डा। घाघरा में आए उफान का प्रकोप कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है, थमने का नाम नहीं ले रहा घाघरा का प्रकोप, बाढ़ पीड़ित बेहाल। नकहरागांव के नौ मजरों सहित मांझा रायपुर में घाघरा के पानी से कोहराम मचा हुआ है। लोग बांध पर शरण लेकर घाघरा के प्रकोप में कमी का इंतजार कर रहे हैं। सबसे बुरा हाल मांझारायपुर के लोगों का है। लोग सरकारी सुविधाओं की राह ताक रहे है। इधर नकहरा गांव के लोगों का आरोप है कि सरकारी सहायता पर्याप्त नहीं है। प्रशासन ने एक बार राहत किट बांटकर दोबारा सुधि नहीं ली जिससे कई परिवारों के सामने दो वक्त की रोटी का सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि बांध पर पेयजल के लिए एक दर्जन हैंडपम्प जरूर लगवा दिए गए हैं। नकहरा गांव के विभिन्न मजरों में लगभग दो दर्जन नावें लगाई गई है। एल्गिन बांध घाघरा घाट स्थित केंद्रीय जल आयोग संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को घाघरा का जलस्तर 106 दशमलव 826 दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर है।
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